मंडला- पूरे प्रदेश के साथ मंडला जिले संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी तीन सूत्रीय मांगो को लेकर बेमियादी हड़ताल पर ग्यारहवें दिन जमे रहे। इस हड़ताल का अब व्यापक असर स्वास्थ्य विभाग की सेवा और योजनाओ पर देखने मिल रहा है। संविदा कर्मियो की हड़ताल से हितग्राहीमूलक भुगतान पर ब्रेक लग गया है। जननी सुरक्षा योजना और प्रसूति सहायता योजना के तहत महिलाओ को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो रहा है। ग्यारह दिन की हड़ताल में करीब एक हजार से अधिक की संख्या में हितग्राहियो का भुगतान लंबित हो गया है।
एनएचएम संविदा कर्मी अपनी मांगो को लेकर 18 अप्रैल से हड़ताल पर चले गये है। जिससे कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो गये है। शुक्रवार को संविदा एएनएम वाले उप स्वास्थ्य केन्द्र में गर्भवती महिलाओ और बच्चो का टीकाकरण नहीं हो सका। सीएचओ के ना हो से गर्भवती महिलाओ की जांच भी प्रभावित होगई है। इसके साथ रोजाना होने वाले प्रसव के बाद महिला हितग्राहियो को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि नहीं मिल रही है। जिससे हितग्राहियो को भटकना पड रहा है। एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मी नियमितीकरण, 5 जून 2018 की नीति, प्रकरण वापिसी, आउटसोर्स प्रथा बंद करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है।
इससे पहले
दिसंबर माह में आंदोलन किया था जिसमें सरकार ने भरोसा दिलाया कि मांग पूरी की
जाएगी लेकिन तीन माह बाद भी मांग पूरी नहीं की गई। जिससे एक बार फिर संविदा
स्वास्थ्य कर्मी आंदोलन की राह पर निकल गये है। संविदा कर्मियो का कहना है कि अब
जब तक मांग पूरी नहीं की जाएगी आंदोलन जारी रखा जाएगा।
No comments:
Post a Comment