मण्डला- म.प्र. कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देशानुसार
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संजय सिंह परिहार के द्वारा 24 जून को 11 बजे जिला
कांग्रेस कमेटी कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया गया । पेट्रोल और डीजल के दामों
में लगातार हो रहे इजाफे के चलते कोरोना संकट के बीच ग्राहकों पर महंगाई की मार पड़
रही है । यही नहीं ट्रेक्टर ट्रक समेत कई जरूरी सेवाएं महंगी हो गई हैं क्योंकि
कोरोना संकट के बीच डीजल एवं पेट्रोल के दाम बढ़ा दिये गये हैं डीजल एवं पेट्रोल के
दाम बढ़ने से हर आवश्यक वस्तु का परिवहन महंगा होने से महंगाई चरम में चले गई है ।
इन सब के बावजूद भी केन्द्र एवं राज्य सरकार पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ाकर मुनाफा
कमाने में लगी है । म.प्र. में पिछले 17 दिनों में पेट्रोल 20 पैसे और डीजल 55
पैसे एक बार फिर से बढ़ाया गया है । इसके साथ ही राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का
इजाफा होकर पेट्रोल 79.76 रूपये और डीजल 79.40 रूपये हो गया है । इसके साथ ही
पेट्रोल और डीजल की कीमत में प्रतिलीटर अब महज 36 पैसे का ही अंतर रह गया है ।
इतिहास में यह पहला मौका है कि जब पेट्रोल और डीजल में इतना कम अंतर रहा है । जबकि
साल 2012 में डीजल और पेट्रोल में 30 रूपये का अंतर था म.प्र. में सबसे महंगा
पेट्रोल और डीजल बिक रहे हैं । बीत 17 दिनों में देश में पेट्रोल 8.50 रूपये लीटर
महंगा हुआ है वहीं डीजल के दाम 10.01 रूपये बढ़े हैं ।
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष
संजय सिंह परिहार ने कहा कि डीजल की कीमत बढ़ाने का चैतरफा असर होता है । इससे
ट्रांसपोर्ट की लागत बढ़ जायेगी और महंगाई भी बढ़ेगी । तो जनता पर दौहरी मार पढ़ेगी ।
एक तरफ ट्रांसपोर्ट के लिये ज्यादा किराया देना पढ़ेगा और महंगे सामान खरीदने
पढ़ेंगे । इसका आटो सेक्टर की बिक्री पर भी काफी गंभीर असर पढ़ेगा । डीजल बढ़ने का
सबसे त्वरित असर ट्रांसपोर्ट सेक्टर पर पड़ता है ट्रकों के भाड़े और ट्रेनों के माल
भाड़े बढ़ते जायेंगे । जिससे अनाज सब्जियाॅ जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति महंगी हो
जावेगी और इनकी कीमतें बढ़ानी पढ़ेगी । डीजल के दाम बढ़ने से सार्वजनिक यातायात के
साधन महंगे हो जावेंगे । कम्पनियां लूट रही हैं मुनाफा । जब कच्चे तेल की कीमत
काफी नरम थी तो सरकार ने टेक्सेज में भारी बढ़त कर उनके दाम बढ़ा दिये अब जब कच्चे
तेल की लागत 1 महीने में दो-गुनी हो गई है तो पेट्रोलियम कम्पनी को अपना फायदा
बनाये रखने के लिये इनकी कीमतें बढ़ा रही हैं । कांग्रेस अध्यक्ष संजय सिंह परिहार
ने कहा कि मजदूर एवं प्रवासी मजदूरों के काम की व्यवस्था की जावे जिससे इनकी
बेरोजगारी दूर हो सके । धरना प्रदर्शन के पश्चात् सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते
हुए एवं मास्क लगाकर कलेक्ट्रेड पहुचकर राष्ट्रपति महोदय के नाम से ज्ञापन सौंपा
गया ।
धरना प्रदर्शन में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संजय सिंह परिहार, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमति पूर्णिमा शुक्ला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेन्द्र
राजपूत, राजेश कछवाहा,
अमित शुक्ला,
अदीब गौरी, शिव कुमार मिश्रा,
रवि ठाकुर, दीपेश बाजपेयी,
राकेश तिवारी,
धर्मेन्द्र श्रीवास्तव,
मनीष दुबे, महेन्द्र चंद्रौल,
सतीश झारिया,
जगदीश कुर्राम,
रंजीत उईके, अमित पाण्डे,
आशीष जैन, जीतराज कछवाहा,
संजय चैरसिया,
बब्बी राय, इंद्रजीत सिंह भंडारी,
सुभाष नामदेव,
चंद्रमोहन सराफ,
विनोद पटैल, रामविलास झारिया,
शाका यादव, सुमन श्रीवास,
रेश्मा अलवी,
मुकेश कछवाहा,
शाहनवाज खान,
अजय चैरसिया,
सरजू तिवारी,
मनीष मिश्रा,
श्रीकांत कछवाहा,
तारा परस्ते,
आदिल खान, आसिम भाई, रोबिना पाठक,
अमित बैरागी,
दीपक बैरागी,
उमाशंकर झारिया,
हजारीलाल, संजीव प्रसाद,
सुमारूलाल, देवी प्रसाद,
तनुज कछवाहा,
भागवत झारिया,
संदीप पटैल, बादल यादव सहित कांग्रेसजन उपस्थित हुए ।