मंडला - जिले के 8 आरोपियों को बालाघाट वन विभाग ने बाघ (Tiger)
की खाल के साथ गिरफ्तार किया था। अब उनकी निशानदेही पर मंडला के
मोहगांव प्रोजेक्ट अंतर्गत ग्राम गुनेगांव से बाघ (Tiger) के
शेष अवशेष बरामद किए गए हैं। जिनका शव परीक्षण आज बुधवार को कटरा स्थित रानी पार्क
इको सेंटर में कान्हा एवं वन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शव परीक्षण के बाद कान्हा नेशनल पार्क के पशु चिकित्सक
डॉ. संदीप अग्रवाल ने प्राथमिक तौर पर बाघ (Tiger) को लगभग
एक से डेढ़ माह पूर्व संभवत: करंट लगाकर मारे जाने की आशंका है। उन्होंने कहा कि
इसकी फोरेंसिक जांच के लिए आवश्यक सैंपलिंग की गई है। जिसकी जांच से मृत्यु के
कारणों का पता चल सकेगा। उन्होंने बॉडी साइज के आधार पर इसके लगभग 8 वर्षीय मेल टाइगर होने का अनुमान जताया है।
रेंज ऑफिसर बालाघाट एवं इस प्रकरण के जांच अधिकारी यशपाल मेहरा ने बताया कि विगत 24 दिसंबर को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर बालाघाट वन वृत अंतर्गत लालबर्रा सामान्य परिक्षेत्र से मंडला जिला निवासी आरोपियों से बाघ (Tiger) की खाल जब्त की गई। आरोपियों की निशानदेही पर 27 दिसंबर को मंडला जिले के ग्राम गुनेगांव में आरोपी चमर सिंह के खेत से खोदकर बाघ (Tiger) के शेष अवशेष बरामद किए गए। आरोपियों ने जंगल से लगे अपने खेत की सुरक्षा के लिए करंट का जाल फैलाया था। जिसके शिकंजे में वन्य प्राणी बाघ (Tiger) आ गया और उसकी मौत हो गई। वन विभाग वारा सिवनी (बालाघाट) ने लालबर्रा-सिवनी मार्ग पर 24 दिसंबर को मुखबिर की सूचना के आधार पर बाघ (Tiger) की खाल के साथ मंडला जिले के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के विरुद्ध वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। वन अमले ने प्रारंभ में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनसे हुई पूछताछ के आधार पर पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया। इस तरह प्रकरण में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सभी आरोपी मंडला जिले के निवासी बताए हैं।
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