मण्डला - क्षेत्र संचालक कान्हा टाईगर रिजर्व से प्राप्त जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय बाघ गणना-2022 के अंतर्गत कान्हा टाईगर रिजर्व (फेस-1) में डेटा कलेक्शन कार्य 19 से 25 अक्टूबर, 2021 में सम्पादित किया जाना है। भारत के नागरिक जो 18 वर्ष या अधिक आयु के हैं तथा वन्यप्राणी आंकलन कार्य के अंतर्गत डेटा कलेक्शन कार्य में भाग लेने हेतु इच्छुक व्यक्तियों, अशासकीय, निजी स्वयंसेवक, वन्यप्राणी अवलोककों, महाविद्यालय के छात्र, शिक्षकों (वॉलियंटर) से आव्हान किया गया है एवं डेटा कलेक्शन प्रक्रिया में भाग लेने हेतु आमंत्रित किया गया है। कान्हा टाईगर रिजर्व में डाटा कलेक्शन कार्य उपरोक्त 7 दिवस में किया जाना है। इस कार्य हेतु लगभग 35 संख्या में स्वयंसेवक शामिल किये जाएंगे। चयनित स्वयंसेवकों को सूचना ई-मेल अथवा दूरभाष के माध्यम से दी जायेगी। मात्र अन्तिम चयनित प्रतिभागी को ही इस गणना में भाग लेने की अनुमति होगी।
इच्छुक
स्वयंसेवकों हेतु निम्न तथ्यों को जानना महत्वपूर्ण है
स्वयंसेवकों को वन क्षेत्रों की विपरीत परिस्थितियों में न्यूनतम 6 दिवसों तक निरंतर मुकाम करने एवं आंकलन कार्य के दौरान दुर्गम वन क्षेत्रों में प्रतिदिन लगभग 10 कि.मी. पैदल चलने हेतु शारीरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम होना अनिवार्य होगा। इच्छुक आवेदक आवेदन प्रारूप में कार्यालय क्षेत्र संचालक, कान्हा टायगर रिजर्व को ईमेल fdknp.mdi@mp.gov.in अथवा डाक द्वारा 30 सितम्बर 2021 के पूर्व आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय आवेदन पत्र में दर्ज प्रमाण पत्र आदि स्वयंसेवकों के लिए नियम के पत्र एवं हानिरक्षा बंधन पत्र पर हस्ताक्षर उपरांत करेंगे। अपूर्ण तथा समस्त दस्तावेजों के साथ न भेजे गए आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा। स्वयंसेवकों को उनके निवास स्थल से उनको आवंटित केम्प तक एवं लौटने का परिवहन व्यय स्वयं वहन करना होगा तथा आंकलन अवधि में भोजन आदि का व्यय भी स्वयं वहन करना होगा। आंकलन अवधि में स्वयंसेवकों को आंवटित बीट में स्थानीय वनकर्मियों के साथ उनके आवास में ही ठहरना होगा तथा स्वयंसेवक को अपना स्लीपिंग बेग, बेडरोल स्वयं लाना होगा। आंकलन कार्य की प्रारंभिक तिथि से 2 दिवस पूर्व स्थान - खटिया ईको-सेंटर, कान्हा टायगर रिजर्व में पहुंचकर स्थानीय अधिकारियों को अपने आगमन की सूचना देनी होगी। आंकलन से एक दिवस पूर्व आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेना होगा तत्पश्चात् वे अगले 6 दिवस तक निरंतर उन्हें आवंटित बीट में रहकर आंकलन कार्य में भाग लेंगे और अगले दिवस पर लौट सकेंगे। आंकलन कार्य के दौरान प्रत्येक स्वयंसेवक को आवंटित बीट में रहना होगा। अतः कुछ स्वयंसेवक दो या अधिक व्यक्तियों के दल में आएंगे तो भी उन्हें आंकलन अवधि में अलग-अलग कैम्पों में भेजा जाएगा तथा किस स्वयंसेवक को कौन सी बीट आवंटित करना है, यह निर्णय स्थानीय अधिकारियों का होगा एवं कोई स्वयंसेवक अपनी इच्छानुसार अन्य बीटों में नहीं जा सकेंगे। स्वयंसेवकों को स्थानीय अधिकारियों, वन कर्मियों के द्वारा दिये गये समस्त निर्देशों का पालन करना होगा।
आपकी सभी सर्तो के सांथ मे तइयार हूँ
ReplyDelete