मंडला - बीते दिवस जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष
अधिवक्ता मनोज गुप्ता, सचिव
सौरभ दुबे, उपाध्यक्ष
अतुल सराफ, सहसचिव
रजनीश रंजन उसराठे सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने पुलिस अधीक्षक मंडला को
ज्ञापन सौंपते हुए मांग की अधिवक्ताओं के विरूद्ध शिकायत आने पर अधिवक्ता का
पक्ष सुने बगैर तथा जिला अधिवक्ता संघ को सूचित किए बगैर अपराध कायमी न की जावें।
आपराधिक घटनाओं में संवेदना सहित तत्परता से प्रथम सूचना रिर्पोट दर्ज कर लिप्त
अपराधी अथवा अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार किया जावे। अधिवक्ता अर्जुन भाण्डे से
संबंधित अपराधिक प्रकरण में लिप्त अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार कर पुलिस थाना
मंडला के प्रभारी एवं अधीनस्थ पुलिस कर्मियों को संवेदनहीन असहयोगात्मक आचरण एवं
व्यवहार हेतु तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय कार्यवाही की जावें। अन्यथा
जिला अधिवक्ता संघ को उग्र आंदोलन हेतु अग्रसर होना पड़ेगा।
ज्ञापन में जिला अधिवक्ता संघ ने बतलाया कि पिछले कुछ दिनों में
अधिवक्ता संघ मण्डला के सदस्य अधिवक्ताओं के विरूद्ध पुलिस द्वारा बगैर कोई
प्रारंभिक जांच किये अथवा अधिवक्ताओं का पक्ष सुने बगैर प्रथम सूचना रिर्पोट दर्ज
कर अपराध कायमी की गई जबकि असामाजिक तत्वों द्वारा अधिवक्ताओं के साथ कारित गम्भीर
आपराधिक घटनाओं मंे पुलिस द्वारा सहयोग ना कर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने में
अनावश्यक विलम्ब तथा टाल मटोल की जाती है जिसके कारण सम्पूर्ण अधिवक्ताओं में
अत्यंत रोष व्याप्त है।
दिनांक 05.12.2020
दिन शनिवार की रात्रि करीब 10.30 बजे मंडला थाना क्षेत्र के अन्तर्गत नेशनल हाइवे
बायपास स्थित अपना ढावा में अधिवक्ता अर्जुन भाण्डे के साथ शहर के कुछ
असामाजिक तत्वों ने राड एवं लकड़ी से मारपीट कर सिर में गम्भीर चोंटे पहुंचाई तथा
गले में पहनी हुई सोने की चैन छीनने का प्रयास किया गया उसी दौरान सोने की चैन
अधिवक्ता के गले से निकल गई! उक्ता घटना में अधिवक्ता अर्जुन भाण्डे को
तत्काल ईलाज हेतु जिला चिकित्सालय मण्डला में भर्ती कराया गया तत्पश्चात् अगले दिन 06.12.2020 दिन
रविवार को आहत अधिवक्ता एवं संघ के पदाधिकारीगण पुलिस थाना मण्डला में प्रथम सूचना
रिपोर्ट दर्ज कराने गये जहां उपस्थित पुलिस कर्मी द्वारा तरह तरह के बहाने बनाकर
लगभग तीन घण्टे तक प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने में हीला हवाली की जाती रही अंत
में बड़ी मसक्कत के बाद एफ आई आर दर्ज की गई जिससे प्रतीत होता है कि पुलिस द्वारा
अधिवक्ताओं के साथ सहयोगात्मक व्यवहार नहीं किया जाता तथा उक्त घटना में शामिल
आदतन अपराधियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
अधिवक्ता मनोज गुप्ता ने बतलाया कि इस संदर्भ में जिला एवं सत्र
न्यायाधीश माननीय आर सी वाष्र्णेय को ज्ञापन दिया गया है। साथ ही साथ स्टेट
बार कांउसिल आॅफ म.प्र. जबलपुर को भी ज्ञापन की एक प्रति त्वरित रूप से भेजी गई
है।
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