इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि वन विभाग के
अधिकारी एवं कर्मचारी वनों एवं वन्यप्राणियो की सुरक्षा के प्रति कितने लापरवाह
हैं इनकी लापरवाही से वन्यप्राणियो की जान खतरे में है 4 अक्टूबर
को सुबह 9 बजे
लालमुँह का बंदर पिंजड़े में कैद हुआ और शाम 6 बजे तक संपर्क करने का प्रयास किया गया किंतु किसी ने ग्रामीणों का
फोन अटेंड नही किया जिला प्रशासन और जिला3 के जनप्रतिनिधियो को भी इस विभाग की खेरखबर लेना जरूरी है । भगवान
भरोसे चल रहा है वन विभाग।
ग्रामीण का कहना-
वर्तमान समय मे वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह
चल रहा है इस दौर वन्यप्राणी
की अनदेखी वन विभाग द्वारा की जा रहा है, वह गलत है मेरे द्वारा वन विभाग के
अधिकारियों/कर्मचारियों को सूचना देने का प्रयास किया गया किंतु किसी ने भी फोन
नही उठाया यह बहुत बड़ी विडंबना है सरकार घर पर बैठने के तनख्वाह दे रही है।
चित्रभूषण ठाकुर, ग्राम खड़देवरा
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