मण्डला मुगदरा में कुम्हाली इलेवन पाटन (छ.ग) ने जीता फाइनल मुकाबला 2 लाख 51 हजार रुपए की राशि दी गई विजेता टीम को, हजारों की संख्या में मैच देखने पहुंचे लोग - newswitnessindia

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Thursday, January 30, 2020

मण्डला मुगदरा में कुम्हाली इलेवन पाटन (छ.ग) ने जीता फाइनल मुकाबला 2 लाख 51 हजार रुपए की राशि दी गई विजेता टीम को, हजारों की संख्या में मैच देखने पहुंचे लोग


मंडला - ऑल इंडिया ओपन चैलेंज प्रतियोगिता के फायनल मैच में मप्र व छत्तीसगढ़ की टीम की भिड़ंत हुई। जिसमें छत्तीसगढ़ की टीम ने असानी से मैच जीत लिया। वहीं छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी राजा ने लगातार पांच छक्के मार कर खुब तालियां बटोरी। इस दौरान मुगदारा का माता खैरमाई मैदान फाइलन के दिन दर्शकों से खचाखच भरा रहा। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मुगदरा एवं समस्त डोलोमाइट ऑनर के संयुक्त तत्वाधान में ऑल इंडिया ओपन चैलेंज क्रिकेट प्रतियोगिता का गुरूवार को फाइनल मुकाबला खेला गया।

जिसमें आसपास के दर्जनों गावों अन्य जिलों से हजारों की संख्या में लोग मैच देखने पहुंचे। मैच का रोमांच लोगों में इतना अधिक था कि लोग मैदान के आसपास लगे पेड़ों के साथ ही पानी की टंकी में चढ़कर मैच का आनंद ले रहे थे। फाइनल मुकाबले में मुख्य अतिथि मंडला विधायक देवसिंह सैयाम, निवास विधायक नारायण सिंह पट्टा, कलेक्टर जगदीश चंद्र जटिया, पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संजय सिंह परिहार मौजूद रहे। गुरूवार को दोपहर करीब 1 बजें से मैच खेला गया।

जिसमें टॉस जीतकर छत्तीसगढ़ की टीम ने पहले गेंदबाजी का फैसला लिया और बल्लेबाजी के लिए मेजबान टीम को आमंत्रित किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए कैप कोबरा मुगदरा की टीम ने 139 रन बनाए जवाब में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए छत्तीसगढ़ की टीम कुम्हाली इलेवन पाटन ने आठ विकेट से जीत दर्ज की। मैच के दौरान छत्तीसगढ़  की टीम के राजा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए एक ही ओवर की 5 गेंदों में लगातार पांच छक्के लगाए। हालांकि टूर्नामेंट में छह गेंद में छह छक्के लगाने वाले बल्लेबाज को बाइक ईनाम के रूप में देने के लिए रखी गई थी उसे छत्तीसगढ़ टीम के बल्लेेबाज पा ना सके। प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम के दौरान अतिथियों द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया। प्रतियोगिता में रेवांचल स्पोर्टस समिति मुगदरा के संरक्षक राजेश पटेल, आनंद सिह ठाकुर, सावन सिंह ठाकुर, कैशुलाल ठाकुर, जगदेव सिंह ठाकुर, अशोक ठाकुर, संतोष ठाकुर, आत्माराम झारिया, देवेन्द्रनाथ सिंह ठाकुर, नर्मदा ठाकुर, अनुराग सिंह ठाकुर, शोभा झारिया, शिवम ठाकुर, मुकेश बघेल, प्रहलाद साहू, बादल खम्परिया, विपिन ठाकुर, अंशुल झारिया का सहयोग रहा।