मण्डला - नगरपालिका परिषद मण्डला द्वारा दुकानों का किराया चार गुना बढ़ाने के विरोध में समस्त चौपाटी व्यपारी हड़ताल पर है, व्यापारियों ने बताया कि पहले 30 रूपये प्रति दिन किराया लिया जाता था किन्तु अब अचानक 18 दिसंबर से 100 रुपये एवं 18 प्रतिशत जीएसटी सहित 118 रुपये लिया जाने लगा। नगरपालिका द्वारा प्रत्येक दुकानदार को 10 X 18 की दुकान दी गई थी। विगत कई बार दुकानों की नाप हो चुकी है और चिन्हाकंन भी किया जा चुका है। लेकिन अचानक हर दो-तीन माह में नपाई की जाती है। जिससे व्यापारियों को काफी दिक्कत होती है, चौपाटी में ना तो शौचालय की और ना ही प्रसाधन आदि की सुविधा न होने से आम जन और विशेषकर महिला प्रसाधन की सुविधा ना होने से महिलाओं को काफी असुविधा होती है। चौपाटी में नाली, कचरा आदि की सफाई व्यापारी स्वयं करते है, नगरपालिका द्वारा सफाई नही कराया जाता है एवं ना ही दुकानदारों की दुकान में खुले आसमान में है किसी भी प्रकार का सेड नहीं बनाया गया है। व्यापारी विगत अनेक वर्षों से धूप-बरसात-ठंड आदि सभी मौसम में संघर्ष कर अपना छोटा सा व्यवसाय कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे है। चौपाटी में सुरक्षा हेतु गार्ड एवं चौकीदार की भी व्यवस्था नहीं है, जबकि पूर्व में चौकीदार की सुविधा थी। इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने कहा है जल्द परिषद की बैठक रख बढ़ाये गए राशि का पुर्नविचार किया जाएगा।
मण्डला - नगरपालिका परिषद मण्डला द्वारा दुकानों का किराया चार गुना बढ़ाने के विरोध में समस्त चौपाटी व्यपारी हड़ताल पर है, व्यापारियों ने बताया कि पहले 30 रूपये प्रति दिन किराया लिया जाता था किन्तु अब अचानक 18 दिसंबर से 100 रुपये एवं 18 प्रतिशत जीएसटी सहित 118 रुपये लिया जाने लगा। नगरपालिका द्वारा प्रत्येक दुकानदार को 10 X 18 की दुकान दी गई थी। विगत कई बार दुकानों की नाप हो चुकी है और चिन्हाकंन भी किया जा चुका है। लेकिन अचानक हर दो-तीन माह में नपाई की जाती है। जिससे व्यापारियों को काफी दिक्कत होती है, चौपाटी में ना तो शौचालय की और ना ही प्रसाधन आदि की सुविधा न होने से आम जन और विशेषकर महिला प्रसाधन की सुविधा ना होने से महिलाओं को काफी असुविधा होती है। चौपाटी में नाली, कचरा आदि की सफाई व्यापारी स्वयं करते है, नगरपालिका द्वारा सफाई नही कराया जाता है एवं ना ही दुकानदारों की दुकान में खुले आसमान में है किसी भी प्रकार का सेड नहीं बनाया गया है। व्यापारी विगत अनेक वर्षों से धूप-बरसात-ठंड आदि सभी मौसम में संघर्ष कर अपना छोटा सा व्यवसाय कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे है। चौपाटी में सुरक्षा हेतु गार्ड एवं चौकीदार की भी व्यवस्था नहीं है, जबकि पूर्व में चौकीदार की सुविधा थी। इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने कहा है जल्द परिषद की बैठक रख बढ़ाये गए राशि का पुर्नविचार किया जाएगा।