मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए बचत करना आसान नहीं है। कब उनकी सारी सैलरी खर्च हो जाती है पता ही नहीं चलता। कम पैसे खर्च करने की पूरी कोशिश के बावजूद मध्यमवर्गीय परिवार पैसा नहीं बचा पाते। लेकिन अगर सही तरीके से फाइनेंशियल प्लानिंग की जाए, तो आप अपने भविष्य के लिए पैसे जमा कर सकते हैं। इसलिए आज हम आपको अमीरों की कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप भी बचत कर सकते हैं।
समय पर शुरू करें निवेश
लोग निवेश के बारे में नहीं सोचते और इस कारण वो कीमती समय निकल जाता है जिसमें किया गया निवेश काफी अच्छे रिटर्न दे सकता था। जितनी जल्दी निवेश शुरू किया जाए, ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना उतनी ही बढ़ जाती है। वैसे तो भारत में लगभग हर किसी ने निवेश कर रखा है, लेकिन अब भी कुछ लोग ऐसे हैं तो कोई प्लानिंग नहीं करते हैं उनका पैसा बैंक में ही जमा रहता है। ऐसे में अगर वो किसी इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश करते हैं, तो उनको अपने जरूरी खर्च निकालने के साथ-साथ पॉलिसी का प्रीमियम देने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
समय-समय पर करते रहें समीक्षा
अगर आपने किसी भी योजना में निवेश कर रखा है, तो समय-समय पर उसकी समीक्षा करते रहें। नियमित समीक्षा नहीं करने पर आपके पैसे पर जितना रिटर्न आपको मिलना चाहिए, उतना रिटर्न आपको नहीं मिल पाएगा। आपको रिटर्न, जोखिम, कॉस्ट, आदि की पूरी जानकारी होनी चाहिए।
ज्यादा रिटर्न देने वाले विकल्पों में लगाएं पैसा
अगर आप सिर्फ एफडी या पीपीएफ जैसे पारंपरिक निवेश विकल्पों में निवेश करते हैं, तो आपको रिटर्न भी एक ही तरह का मिलता है। लेकिन आपको सिर्फ एक तरीके के निवेश विकल्पों से हटकर तेजी से रिटर्न देने वाले विकल्पों में पैसा लगाना चाहिए। म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए पैसा लगाते हैं, तो आपको काफी फायदा होगा।
सैलरी का 70 फीसदी ही करें खर्च
सलाहकारों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी सैलरी का 70 फीसदी ही खर्च करना चाहिए। फेस्टिव सीजन के दौरान अगर किसी ने ज्यादा खरीदारी की है और घर का बजट गड़बड़ा गया है, तो घबराने की बात नहीं हैं। जो पैसा आपने बचत के लिए जमा किया हुआ है, उसको आप एक लिमिट में निकालकर अपने खर्च को बिगड़ने से बचा सकते हैं। अमीर लोग अपनी सारी कमाई खर्च नहीं करते हैं, बल्कि हर माह पैसे बचाकर निवेश करते हैं। इससे उन्हें काफी फायदा होता है।
ज्यादा डिस्काउंट के चक्कर में न उलझें
कई दुकानें और वेबसाइट्स डिस्काउंट का प्रलोभन देती हैं। इनसे हम आपको बचने की सलाह देते हैं। डिस्काउंट दो तरह से मिलता है। पहला कैश डिस्काउंट और दूसरा परसेंटेज डिस्काउंट। इलेक्ट्रोनिक प्रोडक्टस पर कंपनियां कैश डिस्काउंट देती हैं। यह डिस्काउंट एमआरपी पर मिलता है। डीलर्स के हिसाब से डिस्काउंट अलग-अलग होता है। इसलिए कुछ भी खरीदने से पहले इस पर गौर कर लें। इससे आप काफी अच्छी बचत कर सकते हैं।
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