![]() |
बचपन से ही वैज्ञानिक गतिविधियों व अंतरिक्ष के प्रति था लगाव |
मंडला - भारत को विश्व पटल पर स्थान दिलाने वाले चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी धु्रव पर सफलता पूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग करके एक नया इतिहास रचा है। इस सफलता ने भारत देश को गौरवान्वित किया। वहीं मंडला की बेटी सुरभि नामदेव का भी चंद्रयान-3 में योगदान रहा। सुरभि ने आईआईआईटीडीएम जबलपुर से बीटेक मैकेनिकल करने के बाद 8 मार्च को अंतर्राष्टीय महिला दिवस 2017 को इसरो की बेंगलुरु शाखा में वैज्ञानिक की पोस्ट ज्वाइन की।
बता दें कि ये वही शाखा जिसने चंद्रयान 2 में भी योगदान दिया था। चंद्रयान-3 मिशन में सुरभि ने लैंडर और रोवर के थर्मल कंट्रोल सिस्टम के गुणवत्ता नियंत्रण और विश्लेषण में सफलतापूर्वक सहभागिता निभाई। सुरभि नामदेव ने अपनी प्राथमिक शिक्षा निर्मला हायर सेकेंडरी स्कूल से की इसके बाद उन्होंने शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल जबलपुर से हायर सेकेंडरी की शिक्षा उत्तीर्ण की। इनकी शैक्षणिक योग्यता हमेशा मैरिट लिस्ट की छात्रा के रूप में हुई है, इनके प्रथम प्रयास से ही इसरो में इनका चयन हुआ।
उन्होंने बताया कि बचपन से ही वैज्ञानिक गतिविधियों एवं अंतरिक्ष के प्रति उनका लगाव रहा है, सुरभि वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी पद से सेवानिवृत चंद्रगुप्त नामदेव एवं शिक्षा विभाग में प्राचार्या शासकीय हाई स्कूल बिंझिया श्रीमति कल्पना नामदेव की सुपुत्री हैं।







No comments:
Post a Comment