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सागर पुलिस की कार्रवाई के बाद नाबालिग को भेजा गया मंडला |
मंडला। मप्र के सागर जिले के रहली कस्बे में स्थित यीशु भवन से मंडला
जिले के विकासखंड घुघरी की एक नाबालिग लड़की के गायब होने का मामला सामने आया था।
इस मामले में लड़की के पिता ने मंडला जिले के घुघरी थाना में नाबालिग के गुमशुदगी
की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसकी केस डायरी सागर जिले के रहली पुलिस को सौंपी। इसके
बाद सागर पुलिस ने यीशु भवन पहुंचकर पूछताछ की है।
जानकारी के अनुसार सागर जिले के रहली स्थित यीशु भवन में एक साल पहले
मंडला से आई नाबालिग लड़की के लापता होने की केस डायरी घुघरी थाना से रहली थाना
पहुंचने के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है। थाना प्रभारी रोहित मिश्रा ने यीशु
भवन पहुंचकर मौजूद कर्मचारियों से लापता नाबालिग के बारे में पूछताछ की और नाबालिग
से संबंधित जानकारी एकत्र की। सागर पुलिस को जानकारी मिली है कि नाबालिग मंडला
जिले के घुघरी थाना के कुंटी ददरगांव की रहने वाली है।
सागर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया गया कि नाबालिग जून 2022 में रहली के यीशु भवन पहुंची थी और यहां रहकर वो 12वीं की पढ़ाई कर रही थी।
यीशु भवन से पुलिस को जानकारी मिली कि 26 मई 2023 को 12वीं का रिजल्ट आते ही वह
नाबालिग गायब हो गई और यीशु भवन ने इसकी जानकारी 27 मई को नाबालिग के पिता को फोन पर दी कि आपकी बेटी
बिना बताए कहीं चली गई। पिता ने नाबालिग के घर आने का सोचकर दो दिन इंतजार किया।
जब बेटी घर नहीं पहुंची तो घुघरी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
यीशु भवन से अचानक हुई गायब :
नाबालिग के पिता ने पुलिस को बताया है कि वह पहले मंडला के मदनपुर
चर्च में रहकर खाना बनाती थी और 11
वीं कक्षा में पढ़ रही थी, जहां उसने अपने चाचा से पढ़ाई में मन नहीं लगने की बात कहकर काम करने
की इच्छा जताई। तब चाचा ने रहली के यीशु भवन में बात कर 13 जून 2022 को
नाबालिग के पिता के घर भेजा जहां से वह रहली के यीशु भवन आ गई। यीशु भवन में रहते
हुए नाबालिग के पिता से फोन पर बात होती थी। उसने पिता को खाना बनाने के बारे में
बताया था। यीशु भवन से नाबालिग के अचानक गायब होने के बाद पिता ने इसकी रिपोर्ट
थाने में दर्ज कराई। पिता की शिकायत के बाद सागर पुलिस तत्परता से नाबालिग का पता
लगाने में जुट गई। जिसमें सागर पुलिस को सफलता मिल गई।
परेशान होकर परिचित के साथ गई केरल :
बता दे कि पिता की शिकायत के बाद सागर पुलिस ने बालिका को केरल से दस्तयाब कर सागर लाया। सागर पुलिस की कार्रवाई के बाद नाबालिग को मंडला भेजा गया। नाबालिग अपने माता-पिता के साथ बाल कल्याण समिति मंडला में प्रस्तुत हुई, जहां उसकी काउंसलिंग की गई।
मंडला आने के बाद बालिका ने बताया कि मुझे किसी परिचित के द्वारा पता चला था कि
सागर जिले के रहली में एक चर्च में खाना बनाने की जगह खाली है तो बालिका के पिता
बालिका को सागर के रहली में स्थित एक मिशनरी संस्थान में छोड़ कर आ गए। जहां पर वह
बालिका 20 से 25 लोगों का खाना अकेले बनाती
थी। बालिका से वहां बाइबल पढऩे को कहा जाता था और क्रॉस पहनने को मजबूर किया गया
था। बालिका ने बताया कि इससे परेशान होकर वह किसी परिचित के फोन करने पर बगैर बताए
मंडला आ गई इसके बाद दोनों केरल चले गए। वहां मिशनरी इलाइची बागान में काम करने
लगी थी।
मामले की चल रही जांच :
बताया गया कि नाबालिग के यीशु भवन में नहीं मिलने के बाद पिता ने
इसकी एफआईआर पुलिस में की थी। शिकायत की गंभीरता और नाबालिग होने के कारण नाबालिग
की पतासाजी गंभीरता से की गई। जिसके बाद नाबालिग को केरल से दस्तयाब किया गया।
नाबालिग के यीशु भवन से अचानक गायब होने और केरल में इलायची बगान पहुंचने के मामले
की जांच शुरू हो गई है। किशोर न्याय अधिनियम के निहित प्रावधानों के अनुसार
कार्रवाई की जाएगी। नाबालिग मंडला से केरल किन परिस्थितियों में पहुंची और किसके
साथ गई थी, इसमें
कौन-कौन शामिल थे, ये जांच
का विषय है। इसमें जांच चल रही है। पुलिस और प्रशासन अपनी-अपनी कार्रवाई कर रहे
हैं।



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