मंडला- वर्षो बाद भी सरकार द्वारा एनएचएम के संविदा कर्मियो का नियमितीकरण नहीं किये जाने और 90 प्रतिशत वेतनमान का लाभ नहीं दिये जाने से आक्रोशित संविदा कर्मियो की बेमियादी हड़ताल शनिवार को दसवे दिन भी जारी रही। धरना स्थल पर दो सैकडा से अधिक संविदा कर्मी मौजूद रहे। यहां अपनी मांगो को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए आवाज बुलंद की गई। संविदा कर्मियो का कहना है कि अपने हक के लिए किया जा रहा आंदोलन मांग पूरी होने तक जारी रहेगा।
अस्पताल में कर्मियो की कमी
जिले में 700 संविदा कर्मियो के हडताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। उप स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व जिला अस्पताल, एनआरसी, एसएनसीयू में सेवाएं लडखडा गई है। संविदा कर्मी सभी कैडर के है जिससे लोगो को सेवाएं नहीं मिल रही है। सरकार की हितग्राहीमूलक योजनाओ का भुगतान दस दिन से लंबित है। संविदा कर्मियो का कहना है कि हमने कोरोना से लेकर सभी कार्यक्रमो को सफल बनाया है। जान की परवाह नहीं की। बावजूद इसके सरकार उपेक्षा और भेदभाव कर रही है। जिससे हडताल की जा रही है।
महिला कर्मियो ने बुलंद की आवाज
हडताल के दसवे दिन बडी संख्या में एनएचएम की महिला संविदा कर्मी मौजूद रही। इनमें एएनएम, सीएचओ, स्टाफ नर्स, फार्मासिष्ट शामिल रही। महिला संविदा कर्मियो का कहना है कि सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण का दावा किया जाता है लेकिन संविदा महिला कर्मियो की मांग पर वर्षो से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। संविदा कर्मियो को बेहद कम मानदेय देकर काम लिया जा रहा है। परिवार का गुजर बसर भी करना मुश्किल है।
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