मण्डला - ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ उलगुलान का बिगुल फूंकने वाले धरती आबा कांति सूर्य लोकनायक अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा का संघर्ष हमारे आदिवासी समाज का प्रेरणापथ है। उनका अदम्य शौर्य और साहस हमें अपने हक़ और अधिकारों के लिए लड़ने की प्रेरणा देता है। उनकी जयंती दिवस पर विधायक निधि व सहयोग से निर्मित उनकी भव्य प्रतिमा को हम सम्पूर्ण समाज को समर्पित करते हैं।
यह कहना है बिछिया विधानसभा के विधायक नारायण सिंह पट्टा का। यह अवसर था अमर शहीद बिरसा मुंडा की जयंती का, जो कि बिछिया के ग्राम राजो में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत फड़ापेन ठाना राजो में गोंगो सेवा अर्जी पूजन के साथ हुई उसके बाद जैसा की बिरसा मुंडा जी ने उस वक़्त जब भारत में ब्रिटिश हुकूमत थी उस वक़्त उन्होंने आजादी से पहले जल जंगल जमीन की लड़ाई लड़ी इसी परिकल्पना को ध्यान में रखते हुए सबसे पहले पूजा पश्चात् वृक्षारोपण किया गया ताकि प्रकृति संरक्षण का सन्देश और बिरसा मुंडा की कल्पना को साकार किया जा सके। उसके बाद हजारों लोगो की मौजूदगी में भव्य मूर्ति का अनावरण किया गया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम शामिल हजारों लोग आयोजन के साक्षी बने। अनावरण पश्चात रैली निकाली गयी।
जिसमे लोगों ने नारे और तख्ती के माध्यम से अपने हक़ और अधिकारों की आवाज बुलंद की
तत्पश्चात बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर विचार संगोष्ठी की कड़ी में बिछिया विधायक
नारायण सिंह पट्टा के द्वारा ऐतिहासिक सामाजिक आंदोलन और संघर्षों की बात को रखते
हुए वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए राजो मनोहरपुर धर्मपुरी भीमपुरी किसली के लोगों
के लिए समाज के मुखियाओं को संविधान की पुस्तक, पेसा नियम 2022 की पुस्तक, वनाधिकार मान्यता
कानून 2006 एवं गोंडी भाषा को जीवित रखने के लिए
पुस्तकें भेंट की ताकि इन्हें पढ़कर हमारे लोग संवैधानिक हक़ और अधिकारों को कागजी
अधिकारों को हक़ीक़त में अमली जामा पहना सकें और आने वाली पीढ़ी सुरक्षित महसूस कर
सके। उसी परिपाटी को आगे बढ़ाते हुए ग्रामीणों ने भी विधायक नारायण सिंह पट्टा को
विलुप्ति की कगार में आ चुके औषधिय गुणों वाले मड़िया कुर्थी अमाड़ी और सठिया धान के
बीज भेंट किये और यह भी आग्रह किया गया कि आपकी यह अब जिम्मेदारी है आपके खेत में
इन विल्पुत बीजों को जगह दें और इन बीजों की खेती भी करें और जब आप अगले वर्ष इस
कार्यक्रम में आएं तो हमको यही बीज वापिस करें। इसी उम्मीद के साथ आपको यह बीज
भेंट कर रहे हैं। इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ गौरी सिंह परते एवं जिला पंचायत
सदस्य कौशल्या मरावी एवं जनपद सदस्य सरिता उइके को भी विलुप्त बीज भेंट किया गया।
मुख्य वक्ता कमल किशोर आर्मो ने संवैधानिक अधिकार के तहत पेसा नियम 2022 एवं वनाधिकार मान्यता कानून जनजाति समाज
के लिए कितना महत्वपूर्ण है उस पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेमलाल
मरावी जनपद सदस्य ने की एवं विशिष्ट अतिथि सुद्दे सिंह घनश्याम धुर्वे टेकाम सरपंच
भूपेंद्र सिंह उइके लाल सिंह मरावी सुन्दर धुर्वे तितरू सैयाम शंकर लाल धुर्वे
मानिक मरकाम अजय कुशराम जगद्दीश कुर्वेती रहे। कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गईं एवं रात्रि कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम कर्मा
का भी आयोजन भी किया गया।




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