मण्डला - कोरोना की इस भीषण आपदा में स्वास्थ्य कर्मी भगवान की तरह काम कर रहे
हैं। अपनी जान की परवाह किये बिना सभी स्वास्थ्य कर्मी लोगों का जीवन बचाने में
जुटे हुए हैं लेकिन मप्र सरकार इनके वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर अपना अड़ियल
रवैया अपनाए हुए है। जिससे ये स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल कर रहे हैं। ऐसे समय मे जब
सरकार को इनकी हर मांग माननी चाहिए तब सरकार इन्हें हड़ताल के लिए मजबूर कर रही है।
प्रदेश का हर नागरिक सरकार से मांग करता है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की सभी
मांगे तत्काल मानी जाएं। यह कहना बिछिया विधानसभा के विधायक नारायण सिंह पट्टा का, जिन्होंने संविदा स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा
सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेखित उनकी मांगों को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र
लिखकर तत्काल उनकी सभी मांगे मानने हेतु आग्रह किया है। विधायक ने अपने पत्र में
मांग की है कि जून 2018
में सरकार
द्वारा किये गए वादे अनुसार अन्य विभाग के संविदा कर्मियों की तरह संविदा
स्वास्थ्य कर्मियों को भी 90
फीसद वेतन
बढ़ोत्तरी तत्काल प्रभाव से दी जाए साथ पूर्व में निकाले गए संविदा कर्मियों को
पुनः सेवा में वापस लिया जाए। विधायक ने कहा है कि यदि सरकार संविदा स्वास्थ्य
कर्मियों की मांगे नहीं मानेगी तो वे भी इन कर्मचारियों के साथ सड़क पर उतरेंगे और
उनके हक की हर लड़ाई लड़ेंगे।
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