मण्डला- प्रतिवर्षानुसार सनातन धर्मोत्सव परिवार
मंडला के द्वारा गीता जयंती के अवसर पर विगत दिवस 25 दिसम्बर को स्थानीय जिलहरी घाट गाजीपुर मंडला में
"संत सम्मेलन" का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ नर्मदा एवं
धार्मिक ग्रंथ भागवत गीता के पूजन-अर्चन एवम दीप प्रज्वलन से हुई। इस अवसर पर मंडला जिले के
सम्मानीय साधु-संत एवम धर्मप्रेमी बंधुओं की गरिमामयी उपस्थिति एवम सहभागिता में
भागवत गीता से संबंधित परिचर्चा आयोजित की गई। सुबह से शुरू हुए इस आयोजन में शाम
तक पूरे दिन आयोजन चलता रहा।
उपस्थित सभी संतो ने इस आयोजन की सराहना की और कहा
-सनातन धर्मोत्सव परिवार मण्डला के द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम
से सभी का जुड़ाव हो जाता है । बहुत से धार्मिक संगठनों के प्रमुखों की उपस्थिति इस
बात का प्रमाण है कि सबको जोड़कर रखने में इस संस्थान का महत्वपूर्ण योगदान है। ये
बिल्कुल सच है कि सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म है और इसके अंतर्गत विभिन्न
जातियों को अपने सभी त्यौहार, रीति
रिवाज, पूजन-अर्चन
आदि सभी आयोजन में एक-दूजे की सभी की सहभागिता होनी ही चाहिए।
आगामी माह में मकर संक्रांति के अवसर में आयोजित निःशुल्क वस्त्र
वितरण कार्यक्रम के आयोजन से संबंधित जानकारी भी साझा की गई और निवेदन किया गया घर
के अनुपयोगी वस्त्रों का दान करें। सभी संतों के मंत्रोच्चार, भोजन प्रार्थना के साथ
सामूहिक दोपहर भोज के बाद तिलक वंदन के साथ कम्बल वितरण कर सम्मान
के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। आयोजक
संस्था "सनातन धर्मोत्सव परिवार मण्डला" के सदस्य राजेश वर्मा ने इस
आयोजन के माध्यम से भागवत गीता के महत्व को आज की पीढ़ी से साझा किए जाने, हर घर के पूजन स्थल में
आवश्यक रूप से रखने एवम इस पर पारिवारिक चर्चा किये जाने का निवेदन किया। अंत में
कार्यक्रम में पधारे सभी का आभार व्यक्त कर आगामी समय में भी ऐसे आयोजन में सबकी
ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हेतु निवेदन किया।
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