8 फरवरी को आयोजित नेशनल लोक अदालत के संबंध में समस्त बीमा कंपनी के साथ बैठक संपन्न - newswitnessindia

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Tuesday, February 4, 2020

8 फरवरी को आयोजित नेशनल लोक अदालत के संबंध में समस्त बीमा कंपनी के साथ बैठक संपन्न


(मंडला) राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नालसा, नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार वर्ष 2020 की प्रथम नेशनल लोक अदालत का आयोजन 8 फरवरी 202 को संपूर्ण देश में किया जाना है, इसी तारतम्य में जिला एवं सत्र न्यायाधीश मान श्री आर श्री वाष्र्णेय के निर्देशन में एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री राजदीप सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में जिला मंडला में भी नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी प्रकार के राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरण, सिविल प्रकरण, विद्युत प्रकरण, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण प्रकरण, भरण-पोषण , चैक बाउन्स, श्रम, राजस्व, पारिवारिक मामले न्यायालय के प्रकरणों के साथ-साथ भू-अर्जन, बैंक के प्रीलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया जावेगा, जिसके संबंध में दिनांक 03.02.2020 से लगातार दिनांक 07.02.2020 तक न्यायिक अधिकारीगणों सहित बीमा कंपनी के अधिकारीगणों की प्रीसिटिंग बैंठके आयोजित की जा रही है। प्री-सिटिंग बैठकों का आयोजन मान. जिला न्यायाधीश महोदय मण्डला के विश्राम कक्ष में नेशनल इंश्योरेंस कंपनी, यूनाईटेड इंश्योरेंस कंपनी, न्यू इंडिया इन्श्योरेंस कंपनी एवं ओरिएन्टल इंश्योरेंस कंपनी के अधिवक्ताओं के साथ बैठक का आयोजन किया जा रहा है, एवं निरंतर बैठकों के माध्यम से अधिक से अधिक प्रकरणों में समझौता के प्रयास किये जा रहे हैं।
उक्त बैठक में श्री आर सी वाष्र्णेय जिला एवं सत्र न्यायाधीश, श्री आर पी सिंह विशेष न्यायाधीश, श्री राजदीप सिंह ठाकुर, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एवं श्री आशीष कुमार मिश्रा प्रथम अपर जिला न्यायाधीश श्री प्रकाश कसेर द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश, श्री निरंजन कुमार पांचाल, तृतीय अपर जिला न्यायाधीश, डाॅ प्रति श्रीवास्तव चतुर्थ अपर जिला न्यायाधीश समस्त इंश्योरेंस कंपनी के अधिवक्तागण सुश्री दीप्ती शास्त्री अधिवक्ता, श्री अशोक वर्मा अधिवक्ता, श्री पुरूषोत्तम पटैल अधिवक्ता, श्री संजय मिश्रा अधिवक्ता, श्री सुधीर बाजपेयी, मुकेश शुक्ला, मनोज गुप्ता, पवन साहू, अखिलेश दुबे, सी बी पटैल सहित अन्य बीमा कंपनी के अधिवक्तागणों एवं आवेदक अधिवक्तागणों की उपस्थिति एवं आपस में चर्चा किया जाकर प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है। अन्य प्रकरणों में समझौता हेतु प्रयास किये जा रहे हैं।